Friday, July 31, 2020

Gaurishankar Chaubey




अपने बुजुर्गो की सेवा करे

अपने बुजुर्गों की सेवा करें,दोस्तों मैंने देखा है कि लोग अपने बुजुर्गों को छोड़ देते हैं उनकी सेवा नहीं करते हैं,यह बिल्कुल ही गलत है मैं आपसे कहना चाहूंगा कि अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं और आप चाहते हैं कि मरने के बाद भी लोग आपको याद करें,आप अपने साथ इस दुनिया से कुछ ले जाएं तो आपको अपने बुजुर्गों की सेवा करना बहुत जरूरी है.

अगर आप भगवान को पूजते हो लेकिन अपने बुजुर्गों की बिल्कुल भी नहीं मानते हो और उनकी सेवा नहीं करते हो और उन्हें अपने से दूर कर देते हो तो भगवान आपसे कभी खुश नहीं हो सकता,आप कितनी भी अगर्वत्तिया लगा देना,आप भगवन की कितनी भी पूजा कर लेना,भगवन आपकी कामना पूरा नहीं करेंगे,इसलिए भगवन की पूजा करने से पहले अपने बुजुर्गो की पूजा करना सीखे,उनकी देखभाल करना सीखे फिर भगवन की पूजा करे,भगवन आपको बिना मांगे ही सब कुछ डे देंगे.











Gaurishankar Chaubey


हिन्दू- मुस्लिम -सिक्ख -इसाई
लड़ता -मरता देश
कहाँ तरक्की ले आएगा
ये उजड़ा परिवेश
सब समान! सबका विकास!
ये कैसा झूठाँ नारा?
सत्ता का ये लोभ करेगा कैसे
न्याय हमारा?
ऊँच -नीच,और धर्म -जाति ये
आहत वर्ग -विशेष
कहाँ तरक्की ले आएगा ये
उजड़ा परिवेश
हर टुकड़ा बस अपना सोचे
कहाँ एकता आएगी
स्वार्थ लिप्त हो जाओगे तो
दुनिया लाभ उठाएगी
भ्रष्टाचार सिखाता हमको
असली- नकली वेश
कहाँ तरक्की ले आएगा
ये उजड़ा परिवेश
सोचो अगर एक ना होते
क्या आजादी आती?
सोचो अगर साथ ना चलते
कैसे रीति बदलती?
बीत गई जो बात मूर्खता से
उसको दोहराना
इतनी नफरत पालोगे तो
होगा फिर पछताना
अपना और पराया करते
बढ़ता सिर्फ क्लेश
कहाँ तरक्की ले आएगा
ये उजड़ा परिवेश
एक तरफ सामान्य लड़ेगा
आरक्षण की लड़ाई
एक तरफ कुछ दलित लड़ेगे
हमने लाठी खाई
एक तरफ मुस्लिम बोलेगें
हम नाहक बदनाम
सबके हाथों लट्ठ थमा दो
फिर देखो संग्राम
रक्तपात कर लो आपस मे
दो सबको संदेश
कहाँ तरक्की ले आएगा ये
उजड़ा परिवेश
थोड़ा -थोड़ा खाओ सबको
अपने हक की खाने दो
जो गरीब है कोई भी हो उनको
ऊपर आने दो
ऊँच -नीच और जाति-पाति का
झूठाँ दम्भ मिटाने दो
साथ -साथ लहराओ तिरंगा
सबको हाथ बढ़ाने दो
तभी लगा पाओगे मिलकर तुम
विकास का रेस
कहाँ तरक्की ले आएगा ये उजड़ा
परिवेश

- डॉ.शिवानी सिंह

















Sunday, July 12, 2020

जियो और जीने दो - Gaurishankar Chaubey




आज हमारे देश में बहुत सी समस्याएं हैं कुछ जगह पर ऐसे क्रूर कृत्य देखने को मिलते हैं जिसमें एक इंसान दूसरे इंसान को जीने नहीं देता वह किसी तरह से दूसरे इंसान को नुकसान पहुंचाना चाहता है आज का हमारा आर्टिकल हम सभी को जागरुक करेगा कि जियो और जीने दो चलिए पढ़ते हैं हमारे आज के इस आर्टिकल को


आज हम देखें तो हम सभी को भगवान ने एक ऐसा जीवन दिया है जिसकी कीमत हम नहीं आंक सकते हैं.जीवन अनमोल है हम सभी को जीवन सही तरह से जीना चाहिए और इसी के साथ में हमारा कर्तव्य है कि दूसरे को भी जीवन जीने देना चाहिए आज हमारे चारों ओर हमारी तरह इंसान है जो अपने जीवन को यापन करते हैं हमें उनको भी सही तरह से जीवन जीने देना चाहिए इसके अलावा प्रकृति में बहुत से ऐसे जीव जंतु हैं जो अपना जीवन यापन कर रहे हैं लेकिन कुछ क्रूर मनुष्य उनका जीवन समाप्त करने पर तुले हैं.

हमारे जीव जंतु प्रकृति के द्वारा प्रदान की गई एक ऐसी संपदा है जो बहुत जरूरी है हमें उनके जीवन की रक्षा करनी चाहिए हमें उनको किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए यही एक इंसान का कर्तव्य है.देखा जाए तो इंसान बहुत ही कमजोर है लेकिन दिमागी रुप से वो इतना मजबूत होता है की किसी भी बड़े से बड़े जानवर को वह मार देता है लेकिन हमें किसी भी जीव जंतु को हानि नहीं पहुंचाना चाहिए खुद जीवन जीना चाहिए और दूसरों को भी जीवन जीने देना चाहिए.

इसके अलावा दूसरी जगह हम देखें तो हमारे इस समाज में हमारे बहुत से रिश्ते हैं जैसे कि भाई बहन,माता पिता,दोस्त आदि हम सभी को चाहिए कि इन रिश्तो की कदर करें हमेशा इनका सम्मान करें कभी भी लालच में फंसकर इनको नुकसान पहुंचाने की कोशिश ना करें.बहुत सी जगह ऐसा देखा गया है कि एक इंसान अपने छोटे से फायदे के लिए दूसरे को नुकसान पहुचता है.

वह अपनी इंसानियत भूलकर किसी दूसरे अपने ही रिश्तेदार को हानि पहुंचाने से नहीं चूकता,वह लालच के घेरे में ऐसा फंसता चला जाता है कि उसको सही और गलत समझ नहीं आता हम सभीको समझना चाहिए कि हम खुद जिए और दूसरों को भी जीने दे किसी भी तरह के छल कपट लालच आदि को दूर करके जीवन को सही तरह से जिए तभी हर किसी के जीवन में खुशहाली आ सकती है हम सभी को चाहिए कि किसी भी रिश्ते में धोखा ना दें

अगर आप किसी को भी धोखा देने की कोशिश करते हैं तो आपका जीवन तो बर्बाद होता ही है साथ में दूसरे का भी जीवन बर्बाद होता है अगर आप सोचते हैं कि छोटे से फायदे के लिए किसीको नुकसान पहुचाकर जीवन में खुश रह सकते हैं तो ऐसा नहीं होगा आपको जीवन में सही तरह से जीने के लिए दूसरों के साथ भी अच्छा करना होगा तभी आप जीवन में आगे बढ़ सकते हैं तभी आप खुश रह सकते हैं.


बहुत सी जगह ऐसा देखा जाता है कि मनुष्य अपने मनोरंजन के लिए जानवरों पशु पक्षियों का शिकार करते हैं ऐसा करने में उन्हें मजा आता है वह सिर्फ अपने आनंद के लिए बेचारे मासूम पशु पक्षियों को मारते जाते हैं इनमें पशु-पक्षियों का कोई दोष नहीं होता हम सभी को चाहिए कि किसी भी तरह से हम पशु पक्षियों को नुकसान ना पहुंचाएं और एक अच्छा इंसान बने.बहुत सी जगह ऐसी कुप्रथाएं भी हैं की जहां पर तरह तरह के जानवरों को जान से मारकर उनकी बलि चडाकर बहुत सारे फायदे बताए जाते हैं ये बिल्कुल ही गलत है.

एक तरफ कुछ इन्सान रिश्ते नाते का खून कर रहे है वहीं दूसरी ओर बेचारे पशु पक्षियों की क्रूर हत्या कर रहे है ये क्रूर कुप्रथाएं हमारे समाज का निरंतर छीन कर रही हैं आज के युवा पीढ़ी को यह सब समझने की जरूरत है कि इस तरह की कुप्रथाओं को दूर करने का प्रयत्न करें और अपने समाज में खुद अच्छी तरह से मानवता के कर्म करते हुए जीवन जिए और दूसरों को भी सही तरह से जीवन जीने दे यही एक इंसान का कर्तव्य है.

आज बहुत सी जगह ऐसा देखा जाता है बच्चे अपने मां बाप की इज्जत नहीं करते वो उनको सही तरह से जीने नहीं देते उनको ताने मारते हैं कभी-कभी तो वह अपने मां-बाप को घर से भी बाहर निकाल देते हैं इस तरह की परिस्थिति मानवता के खिलाफ है हमको कभी भी इस तरह का कृत नहीं करना चाहिए हमें इस दुनिया के हर एक इंसान को सही तरह से जीवन जीने देना चाहिए और खुद भी एक अच्छी जिंदगी,खुशहाली की जिंदगी जीना चाहिए वाकई में किसी ने ठीक कहा है कि जियो और जीने दो.